Composition- Satyanasi ghansatva, Giloy ghansatva, Neempatra ghansatva, Manjith ghansatva, Kutki ghansatva, Shudh gandhak, Ras manikya, Revandchini
रोग निर्देश- हर तरह के चर्म विकार की यह असरदार औषधि है. इसके सेवन से खाज-खुजली, दाद-एक्जिमा, सोरायसिस, कुष्ठ, कील-मुहाँसे और दाग-धब्बे इत्यादि दूर होते हैं.
मात्रा और अनुपान- एक से दो कैप्सूल सुबह-शाम पानी से. साथ में कोई एक रक्तशोधक क्वाथ भी लें.
अपथ्य(परहेज़)- कब्ज़ करने वाले पदार्थों का सेवन न करें. खटाई, मिर्च, गुड़, तेल, शराब, बैगन, सेम, मटर इत्यादि का सेवन न करें. हल्का और सुपाच्य आहार लेना चाहिए.
Packing- 60 Capsule
इसे भी जानिए –
श्वित्रहर सेट – सफ़ेद दाग की रामबाण औषधि
यौवनपीड़ीकान्तक वटी – पिम्पल्स, कील-मुहाँसे और दाग-धब्बों को दूर करने वाली औषधि
रूपसी उबटन – रूप निखारे, कील-मुहाँसे दूर कर गोरा बनाये
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