सुगरोल चूर्ण
रोग निर्देश- इस चूर्ण का प्रयोग मधुमेह में विशेष लाभकारी है. इसके नियमित प्रयोग से रक्त एवम् मूत्र शर्करा पर नियंत्रण हो जाता है.
मात्रा और अनुपान- एक से दो स्पून दोपहर और शाम में ताज़े पानी से भोजन के बाद.
पथ्य और अपथ्य – करेला, जामुन, हरे शाक और खीरा-ककड़ी इत्यादि का सेवन करें. मिठाई, चीनी, चीनी से बने पदार्थ, आलू और मीठे फलों का सेवन नहीं करना चाहिए.
विशेष – सुगरोल चूर्ण का सेवन करते हुए सुगरोल टेबलेट और ‘बसन्त कुसुमाकर रस(स्पेशल)’ का भी सेवन करने से जल्दी लाभ होता है और शारीरिक कमज़ोरी दूर होती है.
Packing – 100 ग्राम
बसन्त कुसुमाकर रस(स्पेशल)- मधुमेह की बेजोड़ स्वर्णयुक्त आयुर्वेदिक औषधि
Kumar Prashant –
Aapki diabetes KO dawai ne asar kiya sugar normal ho gayi aur eyesight bhi improve honi suru ho gayi Jo sugar badhne se gadbad Hui thi aap khud report dekhiye sir
VASEEM –
Suar ka churn
Surender Singh (verified owner) –
Very very good medicine to control diabetes. Thanks Vaidjee to save lief of people.
SURENDER SINGH (verified owner) –
Very very effective to control sugar levels.