लक्ष्मीविलास रस नारदीय(Laxmivilas Ras – Nardiye)
आयुर्वेद की यह प्रसिद्ध दवाओं में से एक है. यह त्रिदोष नाशक है. इसके सेवन से नयी-पुरानी हर तरह की बुखार, खाँसी, सर्दी, जुकाम जैसे वात, पित्त और कफ़ प्रधान रोग दूर होते हैं. यह हृदयोत्तेजक है, हार्ट को ताक़त देता है और बीमारी दूर कर दिल को मज़बूत बनाता है.
लक्ष्मीविलास रस की मात्रा और सेवन विधि – 250mg शहद या रोगानुसार अनुपान से रोज़ 2-3 बार तक देना चाहिय.
Packing- 10 gram
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