फ़ाइलेरिया(श्लीपद) जिसे हाथी पाँव के नाम से भी जाना जाता है, उसके लिए यह विशेष उपयोगी कैप्सूल है. फ़ाइलेरिया के कारन होने वाले अंडकोष की सुजन में भी लाभदायक है.
घटक – प्रत्येक कैप्सूल में शाखोटक घनसत्व 250mg, शुण्ठी घनसत्व 100mg, हरड घनसत्व 100mg, गौमूत्र क्षार 50mg
सेवन विधि – 1-2 कैप्सूल सुबह-शाम पानी या महामंजिष्ठारिष्ट के साथ रोग निर्मूल होने तक सेवन करना चाहिए. या फिर डॉक्टर की सलाह के अनुसार. इसके साथ ‘श्लीपदहर योग‘ एक-एक पुड़िया सुबह-दोपहर-शाम लेने से शीघ्र लाभ होता है.
परहेज़- गरिष्ठ भोजन का त्याग करें तथा सुपाच्य भोजन का ग्रहण करें.
फ़ाइलेरिया की अचूक औषधि- श्लीपदहर योग
Rafique Khan –
Thanks Sir, Lagatar 3 month use karne ke baad ab mujhe iska fayda dikh raha hai. Ab main iske sath Shlipad har yog bhi order kar raha hun.