प्रवाल पिष्टी
यह कैल्शियम रिच होती है. यह तासीर में ठण्डी है. भस्म की अपेक्षा इसकी पिष्टी ज्यादा शीतल होती है. आयुर्वेदानुसार यह पित्त विकार दूर करने में श्रेष्ठ है. इसके इस्तेमाल से एसिडिटी, बॉडी की गर्मी, जलन, लिवर-पेट की बीमारी, खाँसी, टी.बी., अस्थमा, वीर्य की कमी, आँख की बीमारी और रक्तप्रदर जैसी कई तरह की बीमारियाँ दूर होती हैं.
प्रवाल पिष्टी/भस्म की मात्रा और सेवन विधि – 250mg से 500mg तक रोज़ दो-तीन बार तक शहद, मक्खन या फिर रोगानुसार उचित अनुपान से.
Packing- 10 gram






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