Composition- Mahamarichyadi Tail, Karanj Tail, Nimb Tail, Tubrak Tail
रोग निर्देश- यह तेल खाज, खुजली, चकत्ते, सोरायसिस, सफ़ेद दाग, फोड़ा-फुंसी, एक्जिमा जैसे चर्मरोगों में विशेष उपयोगी है.
प्रयोग विधि – नीम पत्तियों को पानी में उबालकर उस से पीड़ित भाग को अच्छी तरह से धोने के बाद रोज़ दो-तीन बार तक रुई से इस तेल को लगाना चाहिए.
विशेष – इसका प्रयोग करते हुवे चर्मरोगान्तक कैप्सूल, निम्बादि चूर्ण और पञ्चतिक्त घृत गुग्गुल का सेवन करने से विशेष लाभ होता है.
Packing- 100ML
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